Thursday, October 27, 2016

BHAGAVAT GITA CHAPTER 16 – DECEMBER 15th, THURSDAY BY PRAVEEN SHARMA IN HINDI AT BHARATIYA TEMPLE ON AT 7 P.M -2016

भारतीय मंदिर
१६१२, काउंटी लाइन रोड
शैलफ़ॉन्ट, पेन्सिल्वेनिआ १८९१४
फोन २१५-९९७-११८१/215-997-1181
चर्चा का विषय:भगवद्गीता 
अध्याय १६: दैवासुरसम्पद्विभागयोग: श्लोक १२-२४
 बृहस्पतिवार, १५ दिसम्बर, २०१६ :०० बजे सांय - :३० बजे सांय
15 दिसम्बर, 2016 7:00 बजे सांय - 8:30 बजे सांय

१६.१५ आसुर स्वभाववाले व्यक्ति किस प्रकारके मनोरथ करते हैं ?
१६.१७ आसुर मनुष्य किसलिये यज्ञ करते हैं ?
१६.२१ नरकमें जानेका मूल कारण क्या है ?
१६.२३ जो शास्त्रविधिके अनुसार नहीं चलते हैं, उनकी क्या गति होती है ?
१६.२४ मनुष्यको क्या करना चाहिये ?

परिवार के अन्य सदस्यों एवं मित्रों के साथ आएँ तथा सत्संग का लाभ उठाएँ
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करेंरीटा शेठ 
(610) 275-7472 btiedu11@aol.com

Link for Praveen bhai’s Gita satsang
  
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बृहस्पतिवार, १७ नवम्बर, २०१६ :०० बजे सांय - :३० बजे सांय
17 नवम्बर, 2016 7:00 बजे सांय - 8:30 बजे सांय
चर्चा का विषय: भगवद्गीता अध्याय १६: दैवासुरसम्पद्विभागयोग: श्लोक-११

१६. परमात्माका ही उद्देश्य रखनेवालोंकी दैवी-सम्पत्ति क्या है ?
१६. सांसारिक भोग भोगनेका उद्देश्य रखनेवालोंकी कौन-सी सम्पत्ति है ?
१६. दैवी और आसुरी सम्पत्तियोंका क्या फल होता है ?
१६. भगवान् से विमुख मनुष्यमें आसुरी-सम्पत्ति किस क्रमसे आती है ?
१६.११ आसुरी प्रकृतिवालोंका भाव किस प्रकारका होता है ?

परिवार के अन्य सदस्यों एवं मित्रों के साथ आएँ तथा सत्संग का लाभ उठाएँ

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें: रीटा शेठ (610) 275-7472 btiedu11@aol.com

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 Link to the Gita by Swami Mukundananda.  Google it by searching for
 'Gita Mukundananda'.       http://www.holy-bhagavad-gita.org/


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