१६१२, काउंटी लाइन रोड
शैलफ़ॉन्ट, पेन्सिल्वेनिआ-१८९१४
फोन २१५-९९७-११८१/215-997-1181
फोन २१५-९९७-११८१/215-997-1181
चर्चा का विषय:भगवद्गीता
सत्सङ्ग: भगवद्गीता अध्याय १८: मोक्षसंन्यासयोग: श्लोक ४२ - ५३
१८.४२ ब्राह्मणके स्वाभाविक कर्म क्या हैं?
१८.४७ अपना धर्म गुणरहित भी क्यों श्रेष्ठ है?
१८.४८ दोषयुक्त होनेपर क्या सहज कर्मका त्याग करना चाहिये?
१८.५३ मनुष्य ब्रह्मप्राप्तिका पात्र कैसे हो जाता है?
परिवार
के अन्य सदस्यों
एवं मित्रों
के साथ आएँ तथा सत्सङ्ग का लाभ उठाएँ
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.